किसी भी जातक की जन्म कुंडली / Janma Kundali में ऎसे अनेको योग निर्मित होते हैं जो उसके जीवन में सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभाव को डालने वाले होते हैं. जातक के जीवन पर उसकी कुंडली में निर्मित ग्रह नक्षत्र / Nakshatra योग का बहुत गहरा प्रभाव लक्षित होता है. यह प्रभाव सिर्फ उस पर ही नहीं अपितु उसके कुटुंब पर भी पड़ता है. आज एक व्यक्ति इन्हीं ग्रह नक्षत्र योग का प्रभाव बहुत गहरे रुप से झेल रहा है और जिसके बारे में हम सभी लोग बहुत अच्छे से परिचित भी हैं, जी हां हम बात कर रहे हैं आर्यन खान (Aryan Khan) के बारे में. हिंदी सिनेमा के सुप्रसिद्ध अभिनेता शाहरुख खान के बड़े पुत्र आर्यन खान इस समय अपने जीवन की एक ऐसी घटना से गुजर रहे हैं जो उनके संपूर्ण जीवन को प्रभावित करने वाली है.
वैसे यहां यह बात सबसे पहले समझने की है की आर्यन की स्थिति शाहरुख खान (Sharukh Khan) से प्रभावित होती है पिता का प्रभाव ही पुत्र को समाज में एक प्रतिष्ठित नाम देता है लेकिन इसी के साथ क्या शाहरुख की कुंडली में बनने वाले कुछ ऐसे योग जो संतान के लिए कष्ट का कारण भी बन रहे हैं. ऐसे में आर्यन के कारावास में होने की स्थिति के लिए क्या शाहरुख की कुंडली अधिक जिम्मेदार बनती है या फिर आर्यन की कुंडली के योग भी इसमें अपना असर डालते हैं इन्हीं बातों को स्पष्ट रुप से जानने का प्रयास यहां कर रहे हैं:-
शाहरुख खान की कुंडली
"आत्मा वै जायते पुत्र: "अर्थात पिता की आत्मा ही पुत्र के रुप में जन्म लेती है.
कुंडली में पिता की कुंडली द्वारा संतान की कुंडली / Kundali की को सूक्ष्म रुप से जाना पाना संभव होता है. कई बार हम किसी जातक की कुंडली में कुछ योगों को उस रुप में फलित होते नहीं देख पाते हैं जिस रुप में उन्हें वो मिलते हैं क्योंकि यहां इस बात को समझने के लिए आर्यन खान की कुंडली के विश्लेषण हेतु इनके पिता की कुंडली की महत्ता बहुत अधिक दिखाई देती है. आर्यन के पिता शाहरुख की कुंडली द्वारा आर्यन के कष्ट की स्थिति को स्पष्ट रुप से समझा जा सकता है.
शाहरुख के पुत्र आर्यन खान की कुंडली से भी अधिक तथ्य शाहरुख की कुंडली से स्पष्ट होते हैं की किस प्रकार संतान को कष्ट झेलना पड़ रहा है. यहां अगर हम इनके पिता शाहरुख खान की कुंडली को देखें तो उनकी कुंडली सिंह लग्न की बनती है और जिसमें संतान भाव का स्वामी गुरु हैं जो अभी गोचर में नीचस्थ स्थिति में है ऐसे में पिता की कुंडली से स्पष्ट रुप से संतान को कष्ट की स्थिति दृष्टिगोचर होती है. आर्यन की कुंडली से भी अधिक यहां शाहरुख खान की कुंडली से इस बात की स्पष्ट पुष्टी होती है की इनके पुत्र को इस समय भयंकर कष्ट की स्थिति झेलनी पड़ रही है.
शाहरुख खान की कुंडली में संतान भाव के स्वामी बृहस्पति हैं. इस समय गोचर में बृहस्पति (Effects of Jupiter Transit) की स्थिति कमजोर है तथा शनि के साथ ही युति में भी है. कुंडली में संतान भाव का स्वामी गोचर में छठे भाव / Sixth House में नीच अवस्था में है, द्वादशेश चंद्र के साथ युति बनाता है.
यदि पंचम भाव के कारक की बात की जाए तो वह भी बृहस्पति ही बनते हैं जो गोचर में पीड़ा में हैं. संतान भाव का कारक भी अभी कष्ट में हैं. और पंचम से पंचम की स्थिति को देखें तो मंगल की स्थिति कुंडली में राहु-केतु से प्रभावित होती है और अपने अष्टमस्थ में यह प्रभाव लक्षित होता है. इसी प्रकार इनकी कुंडली में सप्तांश कुंडली की स्थिति भी गोचर में बहुत अधिक प्रभावित होती है. अत: शाहरुख खान की कुंडली में बनने वाले कमजोर योग उनकी संतान के लिए घातक सिद्ध होते हैं.
शाहरुख की कुंडली से पंचम भाव को अगर लग्न बना कर देखा जाए तो यहां धनु लग्न बनता है और द्वादश भाव में मंगल केतु की स्थिति है जो संतान के लिए अनुकूल नही है. द्वादश भाव पर ही इस समय गोचर का केतु भी चल रहा है ज्योतिष सूत्र अनुसार पाप ग्रहों के ऊपर पाप ग्रहों का गोचर कष्टकारक बनता है. अष्टम भाव का स्वामी चंद्रमा बनता है जो इस समय गोचर में आर्यन की कुंडली / Kundli के लग्नेश के साथ संबंध बना रहा है. अत: इस प्रकार से संतान को बंधन, कष्ट व जेल यात्रा की स्थिति स्पष्ट रुप से देखने को मिलती है.
आर्यन खान की कुंडली का विश्लेषण
एक अत्यंत प्रसिद्धि व्यक्ति के पुत्र और स्वयं भी युवा वर्ग में अत्यंत ख्याति प्राप्त कर चुके हैं. इनकी तुलना पिता से ही की जाती है और आज वो एक ऐसे आरोप में घिरे हुए हैं जिनके कारण उनकी साख तो प्रभावित हुई है लेकिन इसके अलावा उन्हें कई तरह से मानसिक शारीरिक कष्ट भी झेलना पड़ रहा है. आखिर क्यों आर्यन खान को जेल जाना पड़ा और इनकी कुंडली में ऐसे कौन से योग बने जिनके कारण ये आज इस स्थान पर खड़े हैं.
13 नवंबर 1997 को जन्मे आर्यन खान की कुंडली कुंभ लग्न की बनती है और इनकी जन्म राशि मेष है. इनकी कुंडली में में लग्न भाव में ही केतु स्थित हैं अर्थात इनका लग्न राहु केतु एक्सिस में आ गया है. इसी के साथ इनकी कुंडली में गुरु नीचस्थ होना और सूर्य की स्थिति का नीचस्थ प्रभाव होने के कारण इनकी प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है. इस के अतिरिक्त इनकी कुंडली में शनि और गुरु का परिवर्तन का योग (Satrun Trnasit) बनाता है. इसी के साथ यह बंधन योग को भी बनाता है तथा द्वादश का संबंध आने से जेल योग विदेश योग, खर्च की अधिकता धन का नुकसान इत्यादि बातें देखने को मिल सकती हैं.
जेल योग में सबसे पहले लग्न की स्थिति को देखा जाता है क्योंकि शरीर ही कारावास को ग्रहण करता है. तो इस स्थान पर शनि नीच गुरु की राशि मीन में स्थित हैं और लग्न में केतु बैठे हैं इस कारण शरीर किसी कारण से बधन से ग्रसित हुआ है और ये स्थिति जेल योग का निर्माण कर रही है. इनके डी 9 चार्ट में गुरु की स्थिति अनुकूल बनती है लेकिन यहां शनि इनके द्वादशेश बन जाते हैं और पुन: गुरु के साथ संबंध बनाते हैं. इस कारण से शरीर को पीड़ा प्राप्त होती है.
दशा - आर्यन खान की कुंडली में इस समय सूर्य की महादशा चल रही है और कुंडली में सूर्य नीचस्थ होकर भाग्य स्थान पर स्थित हैं. इसी के साथ अन्तर्दशानाथ गुरु हैं जो द्वादश भाव में अर्थात जिसे कारावास का भाव भी कहा जाता है वही स्थित हैं. इसी के साथ यहां महादशानाथ और अन्तर्दशानाथ दोनों ही नीचस्थ हैं.
गोचर - अबअगरगोचरकीस्थितिदेखेंतोइनकीकुंडलीमेंद्वादशभावपरहीशनिऔरगुरुकागोचर / Jupiter Transitहोरहाहै, जिसकेकारणकुंडलीकाद्वादशभावछठाभावएक्टिवहैजोस्थितिकीअनुकूलताकोकमकरताहैऔरजीवनमेंआनेहोनेवालीपरेशानियोंकठिनाइयोंकोदर्शारहाहै.
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