Kaal Sarp Dosh: शास्त्रों के अनुसार जब राहु और केतु को छोड़ कर सभी ग्रह इन दो ग्रहों की बीच में स्थापित हो तो काल सर्प दोष बनता है।
क्या काल सर्प दोष हमेशा बुरे परिणाम देता है?
आम तौर पर लोग इस दोष से भयभीत रहते हैं। लेकिन वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस दोष के नकारात्मक और सकारात्मक दोनों प्रभाव होते हैं।
क्या काल सर्प दोष अलग अलग प्रकार के होते हैं?
काल सर्प दोष कुल 12 प्रकार होते हैं।
वह हैं – अनंत कालसर्प दोष, कुलिक या वासुकी कालसर्प दोष, महापद्म या शंखपाल कालसर्प दोष, पद्म या तक्षक कालसर्प योग/Kaal Sarp Yoga, शंखचूड़ या कर्कोटक कालसर्प योग, घातक, शेषनाग या विषधर कालसर्प योग।
काल सर्प दोष का कैसे करें पता?
हमारी वेबसाईट पर काल सर्प दोष का लिंक हैं जिसे क्लिक करके आप सीधा काल सर्प दोष के कैलकुलेटर/Kaal sarp Dosha Calculator पर पहुंच जाएंगे, जिससे आप अपनी कुंडली में काल सर्प दोष के होने का पता लगा सकते हैं।
इसके साथ साथ किसी ज्ञानी ज्योतिषी से परामर्श प्राप्त कर जान सकते हैं अपनी कुंडली में इस दोष की स्थिति।
काल सर्प दोष से कैसे मिल सकती है मुक्ति?
भगवान शिव के गले में विराजमान है सर्प, तो इस दोष से मुक्ति के लिए करना होगा भगवान शिव की अराधना।
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