गुरु ग्रह को ज्योतिष का सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। इसकी गोचर में हर एक गतिविधि सामान्य जीवन पर बहुत अधिक असर डालती है। साल 2022 की 29 जुलाई को देवगुरु बृहस्पति अपनी ही मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं। जब कोई ग्रह अपनी ही राशि में होता है तो वह अच्छे फल देने के लिए जाना जाता है और साथ ही साथ जब यह वक्री हो जाता है तो और भी शक्तिशाली हो जाता है। गुरु ग्रह अगले 5 महीनों तक वक्री गति में ही गोचर करेंगें। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है और इसके साथ अनेक महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देखने को मिलने वाले हैं। गुरु ग्रह वक्री होकर शेयर बाजार व सोने की कीमत में उथल-पुथल मचायेगें। कई क्षेत्रों में धार्मिक विवाद देखने को मिलेंगें। कुछ राशियों को गुरु के वक्री होने पर हानि होगी तो कुछ को आर्थिक लाभ। जिनकी जन्म कुंडली में वक्री गुरु विद्यमान हैं या जिनकी गुरु की महादशा या अन्तर्दशा चल रही है उन्हें विशेष रूप से लाभ प्राप्त होगा। आइए जानें गुरु के मीन राशि में वक्री होने पर किन-किन राशियों को होगा लाभ
कब होंगे देव गुरु वक्री?
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, देवगुरु बृहस्पति 29 जुलाई को अपनी स्वराशि मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र में जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन/Planetary Transit या वक्री होता है जो सभी जातकों के जीवन पर अपना शुभ या अशुभ प्रभाव डालता है। गुरु 29 जुलाई को वक्री हो कर 24 नवंबर को दोबारा मीन राशि में ही मार्गी हो जाएंगे।
गुरु वक्री होने से किन राशियों पर होगा असर?
वैसे तो गुरु के वक्री होने से 12 के 12 राशियों के जातकों पर कुछ न कुछ प्रभाव अवश्य पड़ेगा पर यहां हम उन राशियों की चर्चा करेंगें जिनके जीवन में गुरु के वक्री होने से शुभ फल प्राप्त होंगें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु ग्यारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। आपके बिगड़े काम बनेंगें और इसके साथ ही पैसों की तंगी से छुटकारा मिलेगा। आपका रुका हुआ धन आपको मिल सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और हर क्षेत्र में आप आशतीत सफलता प्राप्त करेंगें। बिजनेस भी फलेगा-फूलेगा। दीर्घ कालिक निवेश के लिए समय बहुत अच्छा है। मीन राशि में वक्री गुरु/Meen Rashi me Guru Vakri आपकी आमदनी में वृद्धि के साथ साथ सभी मनोकामनाओं की पूर्ती करेंगें। बड़े भाई-बहनों के साथ रिश्ते सुधरेंगें। यदि आप विदेश से जुड़ा कोई व्यापार करते हैं तो समय मुनाफे का है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि में गुरु दशम भाव/Tenth House में वक्री होने जा रहे हैं। यह भाव आपके कार्यक्षेत्र, बिजनेस और नौकरी का है। ऐसे में मिथुन राशि के जातकों के कार्यक्षेत्र में अत्यधिक लाभ की संभावना है। आपके काम की प्रशंसा होगी और आपको कोई सम्मान की प्राप्ति भी हो सकती है। इसके साथ यदि प्रमोशन का इंतज़ार था तो अब आपका इंतज़ार ख़तम होने जा रहा है। बेरोज़गारों को नौकरी मिलने की पूरी सम्भावना है। घर में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। कोई नया निवेश भी आप कर सकते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह नौवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। यह भाव लम्बी यात्रा का भाव है इसलिए कई जातक विदेश यात्रा/Foreign Travel Yoga पर जा सकते हैं और यदि उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना चाहे तो यह समय बिलकुल उचित है। भाग्य आपका पूरा साथ देगा और धर्म में रूचि बढ़ेगी। आपका उधार का पैसा वापस मिल सकता है। जो लोग विदेश से सम्बंधित व्यापार कर रहे हैं, उनके लिए समय उचित है। आप बहुत लाभ कमाएंगें। पिता व परिवार से सम्बन्ध अच्छे रहेंगें।
कन्या राशि
गुरु आपके सातवें भाव/Seventh House में वक्री होने जा रहे हैं। यह समय रोजमर्रा से जुड़े व्यापार के लिए अत्यंत शुभ है। आपकी आमदनी बढ़ सकती है और वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। कई जातक विवाह बंधन में भी बंध सकते हैं। अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर कोई नया कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो समय अनुकूल है। साझेदारी का व्यापार बहुत अधिक लाभ देगा।
Source: https://sites.google.com/view/vinaybajrangis/blog/meen-rashi-me-guru-vakri
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